Drivers strike news today:आंदोलन के कारण बीकानेर एक बार फिर से इसकी लपटों में आ गया और टैक्सी यूनियन कल्याण समिति के सारे सदस्यों ने मोदी( Modi ), अमित शाह ( Amit shah ) को आखरी चेतावनी दी। नीचे पूरी वारदात पड़े।
( Modi ) मोदी, अमित शाह को आखरी चेतावनी
Drivers strike news today:लगभग सारी जगह पर आंदोलन मैं एक ठहराव देखने को मिला है वहीं पर बीकानेर में टैक्सी यूनियन कल्याण समिति की तरफ से उपाध्यक्ष और सारे सदस्यों ने मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को आखरी चेतावनी देते हैं वह कहां की अगर इस कानून को जल्द से जल्द वापस नहीं लिया गया तो बीकानेर की सड़कों को पूर्णता चक्का जाम के हवाले कर दिया जाएगा इसी के साथ हीराराम बिश्नोई (टैक्सी यूनियन कल्याण समिति का उपाध्यक्ष) ने एंबुलेंस ट्रैक्टर और पुलिस जीप के ड्राइवरों को भी साथ जुड़ने का निमंत्रण दिया।
वाहन चालकों को हुआ नुकसान
Drivers strike news today:इस तीन दिवसीय वाहन चालक आंदोलन से आम जनता को काफी परेशानियां देखने को मिली है लेकिन इससे अधिक नुकसान वाहन चालकों के जीवन पर हुआ है जो पूरे दिन सड़कों पर नारे बाजी और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उनकी कमाई से लेकर सेहत और मानसिक रूप से इन बीते तीन दिनों में उन्हें काफी ज्यादा नुकसान हुआ है।हालांकि इसका खामियाजा सरकार को आने वाले प्रधानमंत्री चुनाव में पढ़ने वाले असर के रूप में भुगतना पड़ेगा
प्रधानमंत्री चुनाव पर पड़ेगा असर
1 जनवरी से लेकर 3 जनवरी तक चल रहे इस वाहन चालक आंदोलन में आम जनता से लेकर ट्रक, बस, रिक्शा, एंबुलेंस और ट्रैक्टर ड्राइवर को काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा है और भारत में इन सब वाहन चालकों की संख्या लगभग 80 लाख से भी ज्यादा है। और अगर आने वाले प्रधानमंत्री चुनाव तक सरकार इन वाहन चालकों के इस जख्म को नहीं भर पाई तो इसका खामियाजा सरकार को प्रधानमंत्री चुनाव में वोटो की कटौती के रूप में झेलना पड़ेगा।
अमित शाह का पुतला फूंका
मुख्य क्षेत्र में जहां आंदोलन नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन की हदों को पार करते हुए उग्र हो गया वहां पर अमित शाह मुरादाबाद और नरेंद्र मोदी के विरोध में भी कई मुर्दाबाद के नारे लगाए गए और, कहीं गोपनीय सूत्रों के मुताबिक आंदोलन के उग्र होने पर अमित शाह के पुतले को भी फूंका गया जिसकी जानकारी अभी सटीक रूप से हमें प्राप्त नहीं हो पाई है।
ड्राइवरों को मोदी पर भरोसा नहीं
सरकार द्वारा धारा 304/2 ( hit and run ) हिट एंड रन कानून को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के बाद जब पुलिसकर्मियों द्वारा वाहन चालकों को काम पर लौटने की सुचना दी गई तो वाहन चालकों ने मोदी पर भरोसा न दिखाते हुए वहां से जाने के लिए मना कर दिया और लिखित में आने वाले समय में इस कानून को लागू न करने के बात कही जिसके बाद अभी भी कुछ क्षेत्रों में इस आंदोलन का असर देखने को मिल रहा है।
आम जनता पर पड़ा प्रभाव
1 जनवरी से शुरू इस आंदोलन के एक दिन बीत जाने के बाद आम जनता को खाद्य सामग्री जैसे दूध, ब्रेड और अन्य सामग्रियों से लेकर पेट्रोल की किल्लत से जूझना पड़ा है और मुख्यत इस आंदोलन का असर सब्जी मंडियों और धन मंडियों के मजदूरों की कमाई पर पड़ा है जो की 3 दिन से लगातार ठप्प चल रही है। जिससे उन मजदूरों के आमदनी शून्य हो गई है।
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जानिए ड्राइवर संगठन का अगला कदम | drivers strike news today
हालांकि सरकार ने अभी भी इस कानून को खारिज करने की बजाय तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। इसका मतलब अभी भी इस कानून को बाद में दोहराया जा सकता है इस पर चिंता जताते हुए ड्राइवर संगठन ने सरकार को चेतावनी दी है और कहां है कि अगली बार इस कानून के खिलाफ वाहन चालकों के द्वारा उग्र आंदोलन भी किया जा सकता है। जिससे देश में कई प्रकार के आदान-प्रदान में व्यवस्था बिगड़ सकती है और आखरी में ड्राइवर संगठन के उपाध्यक्ष ने कहा कि मोदी यह बात ना भूले की वाहन चालकों की संख्या भारत में 80 लाख से लेकर एक करोड़ तक है, जिसका सीधा प्रभाव आने वाले प्रधानमंत्री चुनाव में देखने को मिलेगा।
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