Maldives controversy explain:नीचे खबर में हम मालदीव वर्ष बनाम लक्षद्वीप से जुड़ी तमाम खबरें और मोदी जी का इस पर क्या फैसला है और बड़े-बड़े बॉलीवुड सेलिब्रिटी जैसे सलमान खान कंगना रानाउत और जॉन अब्राहम का इस पर क्या कहना है जानेंगे।
मालदीव्स भारत के साथ या खिलाफ
जैसे भारत में राजनीति और जनता धर्म के अनुसार यानी कि हिंदू-मुस्लिम की राजनीति चलती है वैसे ही मालदीव में दो अलग-अलग विचारधारा के लोगों के बीच राजनीतिक टक्कर होती है। जिसमें एक तरफ भारत को सपोर्ट करने वाले तो दूसरी तरफ चीन को सपोर्ट करने वाले और उनकी राजनीतिक पार्टियों है। 2018-23 के शासनकाल में भारत को सपोर्ट करने वाली राजनीतिक पार्टी थी लेकिन कुछ महीनो पहले हुए चुनाव में बदलाव के तौर पर नहीं पार्टी चीन की तरफ ज्यादा रुझान दिखा रही है।
विवाद की शुरुआत। Maldives controversy explain
अब मालदीव के शासन में भारत के खिलाफ और चीन को सपोर्ट करने वाली राजनीतिक पार्टी आई तो मालदीव ने मालदीव में तैनात 75 भारतीय सैनिकों को देश से निकाल दिया और चीन की साझेदारी के साथ निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने को रुझान दिखा रही है। जिससे भारतीय सुरक्षा को खतरा है।
मोदी का मास्टर प्लान
नरेंद्र मोदी को खबर थी कि मालदीव में शासन करने वाली राजनीतिक पार्टी भारत के खिलाफ हे। इसीलिए मोदी जी ने मास्टर प्लान बनाया और अपनी कैमरा टीम के साथ लक्षद्वीप चले गए।
और लक्षद्वीप के किनारे और समुद्र में जाकर कैमरा टीम के साथ फोटो खींचा है। और अपने सारे सोशल मीडिया पर शेयर किया।
और लोगों को मालदीव जाने के बजाय लक्षद्वीप जाने के लिए उत्तेजित किया क्योंकि मालदीव की मुख्य कमाई का बड़ा हिस्सा पर्यटकों के द्वारा आता है।
और मोदी जी के इस कदम को लेकर सलमान खान, कंगना रनौत और जॉन अब्राहम से लेकर बड़े-बड़े बॉलीवुड अभिनेता और बड़ी हस्तियों ने सराहा है।
और मालदीव के मुकाबले लक्षद्वीप को एक बेहतर पर्यटक स्थल बनाने के लिए मोदी जी ने वहां पर 1150 करोड रुपए खर्च करने की घोषणा कर दि है।
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मोदी जी कै मास्टर प्लान के बाद मालदीव की पर्यटन से होने वाली कमाई ठप हो जाएगी और एक बार फिर से मालदीव भारत के सामने घुटने टेकने को मजबूर हो जाएगा। और साथ ही साथ लक्षद्वीप भी एक पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा । Maldives controversy explain।
विवाद के असर
अगर यह विवाद बड़ा और मालदीव में चीन के द्वारा निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया गया तो यकीनन चाइना मालदीव में अपने आर्मी बेस बनाएगी जिससे भारतीय सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है।
मालदीव चीन के संबंध
साल 2013 में जब शासन में राजनीतिक पार्टी चीन का सपोर्ट में थे तो मालदीव ने चीन को निवेश के अग्रसर हुआ।
लेकिन चीन कभी किसी का सगा नहीं हुआ उदाहरण के लिए पाकिस्तान की हालत देख सकते हैं।
लेकिन जब 2018 तक आते-आते चीन का निवेश मालदीव में 3.1 बिलियन हो गया हालांकि मालदीव की कुल जीडीपी ही 5 मिलियन की है।
इस पर चीन ने मालदीव के ऊपर दबाव बनाना शुरू कर दिया इसके बाद मालदीव्स ने भारत से मदद मांगी।
और भारत ने मदद के रूप में 1.4 बिलियन रुपए भारत मालदीव को इस समस्या से निकलने के लिए दिए थे।
मालदीव पर भारत के ऐसान। Maldives controversy explain
1981 में जब मालदीव के एक बड़े बिजनेसमैन नाम एक टेररिस्ट संगठन पीपल लिबरेशन ऑफ तमिल ईलम के साथ मिलकर शासन में तख्तापलट करने के लिए जंग छेड़ दी तब मालदीव्स ने पाकिस्तान, श्रीलंका, अमेरिका सहित भारत से मदद मांगी थी।
पाकिस्तान और श्रीलंका ने मिलिट्री के अभाव में और अमेरिका ने सीधे तौर पर मालदीव को मदद के लिए मना कर दिया।
लेकिन भारत ने मालदीव में 1981 में कैक्टस मिशन लॉन्च किया और मालदीव की इस टेररिस्ट संगठन से बचने में मदद की।
और ऐसे ही कई मामलों में इमरजेंसी पढ़ने पर भारत ने मालदीव की कहीं बार अलग-अलग तरीकों से मदद की है।
सलमान खान कंगना रनौत से लेकर जॉन अब्राहम ने किया मोदी को सपोर्ट
इस पर बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता सलमान खान ने मोदी जी को सपोर्ट करते हुए ट्वीट किया और कहां की मोदी जी के इस कदम से लक्षद्वीप को एक पर्यटन स्थल के रूप में उभरेगा और इससे भारतीय जीडीपी को बढ़ाने में मदद होगी।
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